मशहूर न्यूज़ एंकर और यूट्यूबर शुभंकर मिश्रा और जगन्नाथ मंदिर विवाद: वाले दावे पर माफी, जानिए पूरा मामला ?

समर्पण न्यूज इंडिया
By - Samarpan News
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मशहूर न्यूज़ एंकर और यूट्यूबर शुभंकर मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में। अक्सर सनातनी विषयों पर वीडियो बनाने वाले शुभंकर इस बार जगन्नाथ पुरी मंदिर को लेकर दिए गए अपने एक बयान के कारण विवादों में घिर गए। मामला इतना बढ़ गया कि उनके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज हुई और उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
​आखिर क्या था वह वीडियो और क्यों हुआ इतना बवाल? आइए जानते हैं विस्तार से।

1. क्या था विवादित दावा? (The Controversial Claim)
​शुभंकर मिश्रा ने अपने एक वीडियो में दावा किया था कि अविवाहित प्रेमी जोड़ों (Unmarried Couples) को जगन्नाथ मंदिर नहीं जाना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे एक कहानी सुनाई थी:
​उन्होंने कहा कि मंदिर को राधा रानी का श्राप मिला हुआ है।
​दावे के मुताबिक, एक बार राधा रानी भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आई थीं, लेकिन सेवायतों ने उन्हें रोक दिया। इससे क्रोधित होकर उन्होंने श्राप दिया कि जो भी प्रेमी जोड़ा यहां साथ आएगा, उनका रिश्ता टूट जाएगा या शादी नहीं हो पाएगी।

2. क्यों भड़के लोग और सेवायत? (The Backlash)
​जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, ओडिशा में इसका भारी विरोध शुरू हो गया:
​पुजारियों का तर्क: जगन्नाथ मंदिर के वरिष्ठ सेवायतों और जगन्नाथ संस्कृति के जानकारों ने इस दावे को पूरी तरह मनगढ़ंत और आधारहीन बताया। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में ऐसी किसी घटना या श्राप का कोई वर्णन नहीं है।
​पुलिस शिकायत: मामला इतना बढ़ा कि पुरी के सिंहद्वार पुलिस थाने में शुभंकर मिश्रा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और भ्रामक जानकारी फैलाने को लेकर शिकायत (FIR) दर्ज करा दी गई।
​प्रशासन की सख्ती: श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) ने भी इस वीडियो को गंभीरता से लिया और जांच की बात कही।

3. शुभंकर मिश्रा ने मांगी माफी (The Apology)
​विवाद को बढ़ता देख शुभंकर मिश्रा ने तत्काल कदम उठाया:
​उन्होंने विवादित वीडियो को अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डिलीट कर दिया।
​एक नया वीडियो जारी करके उन्होंने बिना शर्त माफी मांगी।
​अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था। उन्होंने यह जानकारी इंटरनेट और कुछ वेबसाइट्स से ली थी, जिसे उन्होंने सच मान लिया था। उन्होंने कहा, "मैं खुद महाप्रभु जगन्नाथ का भक्त हूं, अगर मेरे शब्दों से ओडिया लोगों को दुख पहुंचा है, तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं।"

निष्कर्ष: सबक क्या मिला?
​यह घटना इस बात का उदाहरण बनी कि धर्म और आस्था से जुड़े संवेदनशील विषयों पर बिना पूरी तरह पुष्टि किए (Fact-Check) जानकारी साझा करना कितना भारी पड़ सकता है। शुभंकर मिश्रा, जो आमतौर पर अपनी सटीक रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं, इस बार 'फैक्ट-चेक' में चूक गए, जिसके कारण उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

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